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कोरोना का कहर: सिंगापुर एयरपोर्ट पर भारतीय छात्र फंसे, मदद के
लिए आगे आए सीएम उद्धव
कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप के चलते कुछ भारतीय छात्र
सिंगापुर एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं. ये छात्र फिलीपींस से चले थे.
मलेशियाई सरकार ने इन्हें सिंगापुर एयरपोर्ट भेजा लेकिन अब उन्हें
भारत लौटने का कोई साधन नहीं मिल रहा है.
कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप के चलते कुछ भारतीय छात्र
सिंगापुर एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं. ये छात्र फिलीपींस से चले थे.
मलेशियाई सरकार ने इन्हें सिंगापुर एयरपोर्ट भेजा लेकिन अब उन्हें
भारत लौटने का कोई साधन नहीं मिल रहा है. एयरपोर्ट पर फंसे इन
छात्रों ने एक वीडियो जारी कर भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई
है. ज़ी न्यूज पर खबर दिखाए जाने के बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव
ठाकरे छात्रों की मदद के लिए आगे आए हैं.
सिंगापुर में फंसे छात्रों को मुंबई सकुशल लाने के लिए सीएम उद्धव
ठाकरे ने खुद सिंगापुर के भारतीय दूतावास से संपर्क किया है. वो
लगातार दूतावास के संपर्क में बने हुए हैं. सीएम ने एक छात्रा से बातकर
उसे मदद का भरोसा दिलाया है. सीएम उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को प्रेस
कांफ्रेंस कर प्रदेश के लोगों से अनुरोध किया कि भीड़भाड़ वाले इलाके
में न जाएं. जरूरी न होत तो घर से न निकलें. जितना हो सके घर पर
रहकर ही अपने काम निपटाएं. उन्होंने कहा कि मेरी पीएम मोदी से
फोन पर बात हुई है और उन्होंने महाराष्ट्र को मदद का आश्वासन दिया है.
उन्होंने प्रदेश के लोगों से अपील की है कि सरकार से कोई भी जानकारी
न छुपाएं.केन्द्र सरकार से पूरी मदद मिल रही है पीएम मोदी और
केन्द्रीय स्वाथ्य मंत्री से लगातार बातचीत हो रही है.
सीएम ने कहा कि सरकारी कर्मचारी , डॉक्टर, नर्स, डब्बावाले लगातरा
आपके लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सिंगापुर मे फंसे छात्रों से
भी बात की है. मुंबई में बाहर से आए लोगों से कोरोना वायरस फैला है.
सरकार की तरफ से दी जा रही सूचना का पालन करें और कोरोना के
रोकथाम में हमारी सहायता करें. उन्होंने कहा कि खाने-पीने के सामानों
की कोई कमी नहीं है लोग परेशान ना हों और अफवाहों पर ध्यान न दें.
हम सब मिलकर इस संकट को मात देंगे.
छात्रों ने जारी किया था वीडियो
छात्रों ने वीडियो जारी कर भारत सरकार से कहा, हमारी मदद कीजिए
ताकि हम जल्द से जल्द यहां से निकल सकें. हम पहले से ही डेढ़ दिन से
बाहर हैं, अभी स्थिति और खराब होती जा रही है. जितनी जल्दी हो सके
हमें यहां से निकालिए. हम अलग-अलग देशों से हैं. हमें पता नहीं है कि
कौन इंफेक्टेड है और कौन नहीं. हमारी मदद करें हम यहां थक गए हैं.’
बताया जा रहा है कि इनमें महाराष्ट्र के कुछ छात्र भी हैं.
बंद रहेंगी दुकानें
कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में दिख रहा है. यहां अब
तक 41 लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है. एहतियात के तौर पर मुंबई
के कुछ इलाकों में दुकानें बंद रखने का आदेश भी जारी कर दिया गया
है. कुछ इलाकों में एक-एक दिन दुकान खुलेंगे. मुंबई में धारा 144 लगा
दी गई है.
डब्बावालों ने बंद की सर्विस
मुंबई के डब्बा वालों ने 31 मार्च तक के लिए अपनी सर्विस बंद रखने का
निर्णय लिया है. आज से डिब्बा वाले दफ्तरों में खाना पहुंचाते नजर नहीं
आएंगे. आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकरा ने मुंबई में प्राइवेट कंपनियों
को अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा देने को कहा है.
ताकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
स्कूल-कॉलेज, मंदिर सब बंद
मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में स्कूल-कॉलेजों को 31 मार्च तक के लिए पहले
ही बंद किया जा चुका है. सिद्धिविनायक, मुंबा देवी और शिरडी समेत
महाराष्ट्र के सभी बड़े मंदिरों को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है.